रायपुर: सोलर प्लांट लगाने से पहले हर महीने भारी-भरकम बिजली बिल आती थी जिससे मेरी चिंता बढ़ जाती, लेकिन अब तस्वीर बदल चुकी है। अगस्त माह में मेरे प्लांट ने 330 यूनिट बिजली का उत्पादन किया, जबकि घर में खपत लगभग 150 यूनिट है। यानी करीब 180 यूनिट बिजली की बचत हुई। हितग्राही सोमनाथ राकेश अब ‘शून्य बिल’ की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं। वे कहते हैं कि सूरज की रोशनी अब हमारे लिए केवल उजाला नहीं, बल्कि बचत और आत्मनिर्भरता का प्रतीक बन गई है। पहले हर महीने भारी बिल का डर रहता था, अब हर महीने राहत मिल रही है।
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के नगर पंचायत बिलाईगढ़ निवासी सोमनाथ राकेश आज ऊर्जा आत्मनिर्भरता की मिसाल बन चुके हैं। प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना ने उनके जीवन को नई दिशा दी है। उनके घर की छत पर स्थापित 3 किलोवॉट क्षमता का रूफटॉप सोलर प्लांट न केवल उनके बिजली खर्च को कम कर रहा है, बल्कि यह योजना आम परिवारों के लिए भी एक गेम-चेंजर साबित हो रही है।
सब्सिडी बनी बड़ी सहारा
3 किलोवॉट क्षमता वाला यह सोलर प्लांट प्रति माह औसतन 330 यूनिट बिजली उत्पादन करने में सक्षम है। योजना को आम जनता तक पहुँचाने में केंद्र और राज्य सरकार की सब्सिडी ने अहम भूमिका निभाई है।सोमनाथ राकेश को प्लांट पर केंद्र से 78 हज़ार रुपए और राज्य से 30 हजार रुपए, कुल एक लाख 8 हजार रुपए की सब्सिडी प्राप्त हुई।
आवेदन प्रक्रिया बेहद सरल
सोमनाथ राकेश ने कहा कि पीएम सूर्यघर योजना का लाभ उठाने की प्रक्रिया भी बेहद सरल और पारदर्शी है। इच्छुक आवेदक स्वयं पीएम सूर्यघर डॉट जीओवी डॉट इन pmsuryaghar.gov.in पर या पीएम सूर्यघर मोबाइल ऐप, मोर बिजली ऐप अथवा टोल फ्री नंबर 1912 के माध्यम से आसानी से आवेदन कर सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि यह योजना केवल बिजली बिल में राहत देने तक सीमित नहीं है, बल्कि आर्थिक बचत, ऊर्जा आत्मनिर्भरता और पर्यावरण संरक्षण के लक्ष्यों को एक साथ साधती है। छत पर लगाया गया छोटा सा सोलर प्लांट भी जिंदगी में बड़ी बचत और ऊर्जा की आजादी ला सकता है।