सरायपाली थाना क्षेत्र के ग्राम लंबर के समीप जंगल में जंगली जानवरों का शिकार करने के लिए बिछाए गए बिजली के तार की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई। मृतक की पहचान चैतन सिंह (47) निवासी ग्राम डोंगरीपाली के रूप में हुई है। सरायपाली पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
थाना से प्राप्त जानकारी के अनुसार सोहन सिंह (43) निवासी डोंगरीपाली ने सरायपाली थाना में शिकायत दर्ज कराई कि 8 जून को चैतन सिंह की तबीयत खराब होने के कारण उसे इलाज के लिए लंबर ले जाया जा रहा था। रास्ते में लंबर के पास पूर्व सरपंच निर्मल जाटवर की ब्रिक्स फैक्ट्री के निकट चैतन पैसा मांगने के बहाने उतरा और अंधेरे का फायदा उठाकर जंगल की ओर भाग गया। परिजनों ने उनकी खोजबीन की, लेकिन उस दिन कोई सुराग नहीं मिला। अगले दिन 9 जून को परिजनों और ग्रामीणों ने लंबर के पास धनराज जंगल में तलाश जारी रखी।
वहां चैतन सिंह का शव छाती के बल पड़ा मिला। उनके दाहिने पैर के टखने और बाएं घुटने के नीचे की हड्डी जल चुकी थी। जांच में पता चला कि जंगल में जंगली जानवर का शिकार करने के लिए बिछाए गए करंट युक्त तारों की चपेट में आने से उनकी मृत्यु हुई। बताया गया कि चैतन सिंह मानसिक रूप से अस्वस्थ भी था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी डॉक्टरों ने मृत्यु का कारण बिजली का करंट बताया।
सरायपाली पुलिस ने परिजनों, पंचों के बयान और पीएम रिपोर्ट के आधार पर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ धारा 106(1) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया है। सरायपाली पुलिस ने विवेचना शुरू कर दी है और दोषियों की तलाश में जुट गई है। इस घटना ने क्षेत्र में बिजली के तारों से शिकार के अवैध कार्यों पर सवाल उठाए हैं।