भोपाल: राज्यपाल ने 22,460 करोड़ रुपये के अनुपूरक बजट को हरी झंडी दे दी है। इस बजट को हरी झंडी मिलने के बाद अब रुके हुए कामों में तेजी आने की संभावना है। इसमें सड़क और पुलों के निर्माण के साथ ही नल-जल योजना के तहत हर घर तक पानी पहुंचाने के लिए जल जीवन मिशन योजना का ध्यान रखा गया है।
सरकार ने प्रदेश में उद्योगों का भी ध्यान रखा है, वहीं यहां अधिक से अधिक निवेश लाने का भी प्रयास है, इसके लिए बजट में राशि का प्रावधान है। शीतकालीन सत्र में पारित बजट को राज्य सरकार ने राजभवन भेजा था। उद्योग और निवेश प्रोत्साहन पर फोकस राज्य सरकार का फोकस उद्योग और निवेश प्रोत्साहन पर है।
इसे ध्यान में रखते हुए औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग के अंतर्गत एमएसएमई संवर्धन व्यवसाय निवेश प्रोत्साहन एवं सुविधा प्रदाय योजना के लिए 40 करोड़ रुपये, मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना के लिए 50 करोड़ रुपये और निवेश प्रोत्साहन योजना के लिए 250 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
लाड़ली बहिनों के लिए मिला अतिरिक्त बजट
पूरक बजट में मुख्यमंत्री लाड़ली बहिन योजना से जुड़ी महिलाओं को सौभाग्य प्राप्त हुआ। लाड़ली बहिनों के लिए 465 करोड़ तथा लाड़ली लक्ष्मी योजना के लिए 85 करोड़ मिले हैं। यह राशि मुख्य बजट के अतिरिक्त है। इसी तरह सरकार ने किसानों का विशेष ध्यान रखा है। ऊर्जा विभाग के अंतर्गत अटल कृषि योजना के लिए 8,483 करोड़ तथा टैरिफ सब्सिडी पर 280 करोड़ का प्रावधान है।
जबकि नर्मदा घाटी विकास विभाग के अंतर्गत सिंचाई परियोजनाओं के लिए 2,125 करोड़ तथा सिंचाई परियोजनाओं के लिए 1,593 करोड़ का प्रावधान है। जल जीवन मिशन के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल मिशन के लिए 3,420 करोड़, ग्रामीण नल जल प्रदाय योजनाओं के लिए 54 करोड़ तथा ग्रामीण समूह जल प्रदाय योजना के लिए 50 करोड़ का प्रावधान इस बजट में है।