ऑस्ट्रेलिया के कुछ इलाकों में दिसंबर के मध्य में तापमान सामान्य से 8 से 16 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया है। ऑस्ट्रेलिया के अधिकांश हिस्सों में इस बार पिछले 5 वर्षों में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ सकती है।
पारा पहले ही 40 डिग्री सेल्सियस के पार जा चुका है। अनुमान व्यक्त किया गया है कि इस बार की गर्मियां झुलसाने वाली होंगी। ऑस्ट्रेलिया के मौसम विज्ञान ब्यूरो के मौसम विज्ञानी ने मीडिया को बताया कि गर्म मौसम की वजह देश भर में फैला फ्रंट है जो गर्म, शुष्क और तेज हवाएं लेकर आता है। नैरामोर ने बताया कि यह बेहद असामान्य है, विशेषकर उत्तरी ऑस्ट्रेलिया के मध्य हिस्सों के लिए जहां इस वक्त आमतौर पर मानसूनी गतिविधियां शुरू हो जाती हैं। गर्मी बढ़ने के लिए जलवायु परिवर्तन भी जिम्मेदार है।
भीषण गर्मी की वजह से जंगल में आग लगने के बढ़ते खतरे को देखते हुए अधिकारियों ने देश भर में उन गतिविधियों पर पूरी तरह रोक लगा दी है जिनसे आग लगने की आशंका हो। ऑस्ट्रेलिया ने हाल के कुछ वर्षों में दुनिया की सबसे भयानक आग का सामना किया है। मेलबर्न विश्वविद्यालय में अग्नि पारिस्थितिकी के प्रोफेसर एलन यॉर्क कहते हैं कि इससे न केवल वनस्पति को नुकसान होता है बल्कि यह वन्यजीवों के अस्तित्व को भी खतरे में डाल देती है।